मुजफ्फरनगर में लॉक डाउन के चलते जनसेवा केंद्रों पर हो रही है गरीब जनता के साथ जमकर ठगी,

मुज़फ्फरनगर। जनपद गाँव एंव शहर में खोले गए जनसेवा केंद्रों में पंजीकरण एवं राशन कार्ड के नाम पर ग्रामीणों से निर्धारित दर से तीन से पांच गुना ज्यादा रकम ली जा रही वसूली।


जनपद कलेक्ट्रेट से मात्र 2 किलोमीटर के डिस्टेंस पर गांव नयाजुपूरा ग्राम पंचायत शाहबुद्दीन पुर एवं शहर कोतवाली क्षेत्र रामलीला टिल्ला के ब्लॉक सदर की रहने वाली हाशमी बुजुर्ग महिला (80वर्ष) ने बताया कि“ जनसेवा केंद्र जैद न्याजुपूरा के यहां राशन कार्ड बनवाने के लिए गई थी। पीड़ित महिला ने बताया कि मेरे पास खाने को कुछ नहीं और ना ही राशन कार्ड था। जिसके चलते सरकार के आदेश अनुसार हम लोग जनसेवा केन्द्र पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने आए थे मगर जनसेवा केन्द्र पर  हम लोगों से  ₹80 से लेकर ₹100 तक लिए जा रहे हैं।  जबकि नियमानुसार राशन कार्ड ऑनलाइन कराने की शुल्क लगभग ₹20 होती है। गांव वालों ने बताया कि मजबूरी में हमें जनसेवा संचालक मुताबिक, भुगतान करना पड़ता है।”
बता दें कि जनसेवा केंद्रों में आधार कार्ड का बॉयोमीट्रिक अपडेशन शुल्क 15 रुपये तथा अन्य ऑनलाइन पंजीकरण का शुल्क 20 रुपए निर्धारित है। वहीं, पेंशन, राशन कार्ड, छात्रवृत्ति, जाति, आय, बीज व कृषियंत्र जैसी दर्जनों योजनाओं के लाभ के लिए ऑनलाइन आवेदन करना अनिवार्य है। मगर जमीनी हक़ीक़त यह है कि इन केंद्रों पर लॉक डॉउन के चलते राशन कार्ड  के नाम पर 100 रुपए से कम नहीं लिया जाता है। इतना ही नहीं जनसेवा केन्द्र संचालक बड़े रॉब गालिब करते हुए गरीब जनता को कहते हैं कि ₹100 से कम नहीं होता कोई भी ऑनलाइन कार्य